with the F-35

कैनेडियन रक्षा मंत्रालय द्वारा एफ ३५ के साथ लड़ाकू ड्रोन भी ख़रीदने पर विचार

Written by:

Nischal Nayyar

Last Updated: July 13 2025 12:08:25 PM

कैनेडियन रक्षा मंत्रालय द्वारा एफ ३५ के साथ लड़ाकू ड्रोन भी ख़रीदने पर विचार  

कैनेडियन रक्षा मंत्रालय द्वारा एफ ३५ के साथ लड़ाकू ड्रोन भी ख़रीदने पर विचार  

आज जब पूरे विश्व में हथियारों को ख़रीदने की होड़ लगी है तब भला कैनेडा भी इसमें भला पीछे क्यों रहे विशेषकर अमेरिका द्वारा खुले आम कैनेडा को अपना ५१वां राज्य बनाने की घोषणा के बाद.   वैसे कैनेडा ने अमेरिका से एफ़ ५ लड़ाकू विमानों की ख़रीद का सौदा जस्टिन ट्रूडो सरकार के समय ही कर लिया था लेकिन माइक क़ार्नी सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा कैनेडा को अमेरिका में मिलाने और मनमाने टेरिफ की घोषणा के बाद इस ख़रीद को थोड़े समय के लिए स्थगित कर दिया.  

 कैनेडियन प्रेस द्वारा प्राप्त अन क्लैसिफ़ायड दस्तावेज़ों से पता चलता है कि कैनेडा का रक्षा विभाग ड्रोन की इस उभरती हुई तकनीक को प्राप्त करने के विभिन्न विकल्पों पर शोध कर रहा है।

साथ ही कैनेडियन राष्ट्रीय रक्षा विभाग अपने आने वाले F-35 बेड़े को मानवरहित लड़ाकू विमानों से पूरित करने की संभावना पर विचार कर रहा है।
 इन दस्तावेजों से पता चलता है कि लड़ाकू विमानों के साथ उड़ान भरने वाले हवाई लड़ाकू ड्रोनों के बेड़े को खरीदने में कैनेडा 16 अरब डॉलर तक का खर्च कर सकता है और इसके देखभाल करने के लिए सैकड़ों कर्मचारियों की आवश्यकता होगी।

याद रहे क़ि यह लागत अनुमान ऊपरी श्रेणी में है। उभरती हुई तकनीक की कीमत और अन्य पहलू अनिश्चित हैं, और यह भी एक तथ्य है कि कैनेडियन सरकार लड़ाकू ड्रोनों पर शोध कर रही है, लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि  कैनेडा कोई ड्रोन खरीदेगा ही ।

कैनेडियन ग्लोबल अफेयर्स इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डेविड पेरी ने कहा कि कैनेडा के रक्षा सहयोगी पहले से ही इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, इसलिए कम से कम ओटावा यह बेहतर ढंग से समझना चाहेगा कि उसके निकटतम सैन्य साझेदार इसी तरह की ड्रोन तकनीक का उपयोग कैसे करेंगे।

उन्होंने कहा कि लड़ाकू ड्रोन से कैनेडियन वायु सेना को नेटों सहित तमाम सहयोगी अभियानों में योगदान देने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान कर सकते हैं और एक फ़ोर्स मल्टिप्लायअर  के रूप में कार्य कर सकते हैं जो वायु सेना के “की सुरक्षा को बेहतर करेगा।

यहाँ यह भी उल्लेखनिय है की ड्रोन फ़ाइटर जेट्स की तुलन में काफ़ी सस्ते हैं.  पेरी ने कहा कि  इन महँगे लड़ाकू विमानों से बहुत से कार्य किए जा सकते हैं.लेकिन इनकी सबसे बड़ा माइनस पोईंट, इनका अत्यधिक महँगा होना है .

पेरी इन रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध की ओर इशारा करते हुए कहा की रूस ने सफलता पूर्वक ड्रोन और मिसाइल्स से हमला किया है.  पेरी ने आगे कहा की आर आपको १ से ज़्यादा टार्गट्स को हित करना है तो किसी भी डिफ़ेंस सिस्टम का इनसे बचना असम्भव है.

याद रहे कि कैनेडा और उसके सहयोगियों ने अब तक कभी भी लड़ाकू विमानों के साथ मिलकर काम करने वाले मानवरहित हवाई लड़ाकू ड्रोन तैनात नहीं किए हैं।

डैनियल नॉर्टन रैंड कॉर्पोरेशन में एक सीनियर मैनज्मेंट सिस्टम्ज़ विश्लेषक ट हैं, उन्होंने तीन दशकों से भी ज़्यादा समय तक अमेरिकी वायु सेना के आधुनिकीकरण पर अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि कैनेडा जिस प्रकार के ड्रोन पर विचार कर रहा है, वे चालक दल वाले लड़ाकू विमानों से छोटे होते हैं, अगर थोक में खरीदे जाएँ तो उनकी कीमत पारंपरिक जेट विमानों की तुलना में बहुत कम होती है - और उनका इस्तेमाल उन परिस्थितियों में किया जा सकता है जहाँ सेना किसी पायलट को जोखिम में नहीं डालना चाहती।

"सहयोगी लड़ाकू विमान" के रूप में जाने जाने वाले इन वाहनों को कुछ तरीकों से स्वायत्त रूप से काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है - जैसे लक्ष्य बनाना और उड़ान भरना - लेकिन उनके कार्यों का प्रबंधन मनुष्य ही करते हैं। लेकिन इस तकनीक के भविष्य के संस्करण पूरी तरह से स्वायत्त संचालन में सक्षम हो सकते हैं।

2024 की कैनेडा की नीति का शीर्षक है "हमारा उत्तर, मज़बूत और स्वतंत्र" है, “ कैनेडा अपने क्षेत्र की निगरानी और हमलावर ड्रोन और ड्रोन-रोधी क्षमताओं का एक समूह प्राप्त करने के विकल्प" तलाशने के लिए प्रतिबद्ध है।

"स्वायत्त सहयोगी प्लेटफ़ॉर्म" के विभिन्न विकल्पों के एक आंतरिक प्रारंभिक विश्लेषण ने पूरी तरह से कैनेडा निर्मित लड़ाकू ड्रोन खरीदने की संभावना को खारिज कर दिया।

विश्लेषण में कहा गया है कि एक संभावित रास्ता यह होगा कि कैनेडा अपने  सहयोगी  देशों के साथ मिलकर इस तरह की नई प्रणालियाँ विकसित करे, जैसा कि ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और यूरोपीय देशों के लिए विकसित किए जा रहे हैं।

विश्लेषण में कहा गया है कि इस तरह की खरीद परियोजना “कैनेडियन  एयरोस्पेस फर्मों को उन्नत हथियार प्रणालियों के विकास और उत्पादन में प्रवेश का अवसर प्रदान कर सकती है।"

उल्लेखनिय है की फिलहाल इस तरह का कोई भी  तैयार संस्करण उपलब्ध नहीं है, लेकिन कई ऐसे ड्रोन विकसित किए जा रहे हैं, जैसे ऑस्ट्रेलिया के लिए बोइंग का MQ-28A "घोस्ट बैट", अमेरिका में जनरल एटॉमिक्स का YFQ-42 और एंडुरिल YFQ-44A।

बोइंग के विमान का उड़ान परीक्षण चल रहा है, जबकि एंडुरिल के विमान का परीक्षण इसी साल शुरू होने की उम्मीद है।

अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई दोनों वायु सेनाएँ F-35 का उपयोग करती हैं। यूरोप में भी स्वायत्त सहयोगी विमानों के लिए कई पहल चल रही हैं।

रॉयल कैनेडियन एयर फोर्स की नई कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेमी स्पाइसर-ब्लैंचेट से जब पूछा गया कि ड्रोन युद्ध में तेजी से हो रहे विकास के जवाब में आरसीएएफ में क्या बदलाव हो सकते हैं, तो उन्होंने कहा कि सेना "पहले से ही इस तरह की भविष्य की क्षमताओं पर विचार कर रही है।"

उल्लेखनीय है की मार्च में, अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध के जवाब में, प्रधानमंत्री कार्नी ने F-35 लड़ाकू विमानों के बेड़े की खरीद की कैनेडा की योजना की समीक्षा का आदेश दिया।  कैनेडियन सरकार द्वारा गर्मियों के अंत तक इस खरीद परियोजना पर निर्णय लेने की उम्मीद है।

महालेखा परीक्षक के अनुसार, कनाडा द्वारा अमेरिका में निर्मित 88 स्टील्थ जेट विमानों की खरीद की योजना पर 27.7 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है। फिलहाल, कनाडा ने केवल पहले 16 जेट विमानों की खरीद के लिए ही अपनी वित्तीय प्रतिबद्धता जताई है।

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